ई-पुस्तकें >> मुल्ला नसीरुद्दीन के चुटकुले मुल्ला नसीरुद्दीन के चुटकुलेविवेक सिंह
|
0 |
मुल्ला नसीरूद्दीन न केवल हँसोड़ था, बल्कि वह अच्छा हकीम भी था और सामान्य लोगों के सुख-दुःख में सदा भागीदार भी बनता था, इसलिए वह अत्यन्त लोकप्रिय था।
40
यार गुण्डा-गर्दी बहुत बढ़ गई है। इसके दमन के लिए सोचता हूँ, मैं भी तलवारबाजी सीख लूँ।' मुल्ला अपने दोस्त से कह रहे थे।?
सुनकर दोस्त हँस पड़ा। बोला-'अमाँ यार, तुम सीकिया- पहलवान आदमी हो, किसी लम्बे-चौड़े डील-डौल वाले के सामने पड़ गये तो......'
तो क्या हुआ मैं भागने में भी तो माहिर हूँ।' दोस्त की बात बीच में से काटकर मुल्ला ने कहा।
|