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संभाल कर रखना
संभाल कर रखना
प्रकाशक :
भारतीय साहित्य संग्रह |
प्रकाशित वर्ष : 2016 |
पृष्ठ :123
मुखपृष्ठ :
ईपुस्तक
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पुस्तक क्रमांक : 9720
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आईएसबीएन :9781613014448 |
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मन को छूने वाली ग़ज़लों का संग्रह
26
ख़ुलूस दिल में ज़बाँ में मिठास रहने दो
ख़ुलूस दिल में ज़बाँ में मिठास रहने दो।
न ख़ुद रहो, न किसी को उदास रहने दो।।
मेरे लबों पे तबस्सुम की प्यास रहने दो,
कोई तो दर्द मेरे आसपास रहने दो।
बुझे न प्यास मगर दिल को इक तसल्ली है,
हमारे हाथ में ख़ाली गिलास रहने दो।
तुम्हारे होश से अच्छी है बेख़ुदी अपनी,
मैं बदहवास सही, बदहवास रहने दो।
तरक़्क़ियों के लिये ख़ुद को बरहना न करो,
हया के जिस्म पे कोई लिबास रहने दो।
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पुस्तक का नाम
संभाल कर रखना
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