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परसाई के राजनीतिक व्यंग्य

हरिशंकर परसाई

प्रकाशक : भारतीय साहित्य संग्रह प्रकाशित वर्ष : 2016
पृष्ठ :296
मुखपृष्ठ : ईपुस्तक
पुस्तक क्रमांक : 9709
आईएसबीएन :9781613014189

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राजनीतिक विषयों पर केंद्रित निबंध कभी-कभी तत्कालीन घटनाक्रम को ध्यान में रखते हुए अपने पाठ की माँग करते हैं लेकिन यदि ऐसा कर पाना संभव न हो तो भी परसाई की मर्मभेदी दृष्टि उनका वॉल्तेयरीय चुटीलापन इन्हें पढ़ा ले जाने का खुद में ही पर्याप्त कारण है।

रोनाल्ड रीगन ने सैंतीस 'वेस्टर्न' फिल्मों में 'काऊब्वाय' का रोल किया था। ये फिल्में यूरोपीय लोगों द्वारा अमेरिका के मूल निवासियों और अश्वेतों को मारने के बारे में होती थीं। उस गोरे हीरो का नाम पड़ गया था- 'काऊब्वाय'। एक तगड़ा गोरा जवान घोड़े पर सवार, हाथ में रिवाल्वर। कर रहा है पीछा और धाँय-धाँय गोली चला रहा है। जब रोनाल्ड रीगन  'व्हाइट हाऊस' में आ गए तो कुछ मसखरों ने फाटक पर पोस्टर लगा दिया। उसमें बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा था - रोनाल्ड रीगन की अडतीसवीं स्टंट फिल्म - 'काऊब्वाय इन व्हाइट हाऊस।' रीगन को पदग्रहण के एक दिन बाद ही भीड़ में से किसी ने गोली मार दी। गोली प्राणघातक नहीं हुई। अस्पताल में निकाल दी गई और रीगन अच्छे हो गए। रोनाल्ड रीगन प्रकृति से ही गोली दागनेवाले थे। उनके बयान सख्त होते थे, वे धमकी देते थे और आक्रामक रुख अपनाते थे।

राष्ट्रपति विल्सन विशिष्ट हुए जिन पर अमेरिकी गर्व करते हैं। विश्वविद्यालय में प्रोफेसर थे। वे दो बार राष्ट्रपति हुए। विधुर हो जाने पर उन्होंने एक कमसिन लड़की से दूसरा विवाह भी किया। दो बार राष्ट्रपति खुद रहने के बाद विल्सन ने अमेरिकी व्यवस्था के बारे में तीखा तथ्य एक वाक्य में कहा- 'अमेरिका में उद्योगपतियों का एक गुट सड़क पर किसी आदमी को पकड़ता है, उसे व्हाइट हाऊस में ले जाता है और देशवासियों से कहता है - यह तुम्हारा राष्ट्रपति है।

अमेरिका ने जार्ज वाशिंगटन के नेतृत्व में स्वाधीनता का युद्ध लड़ा था। ब्रिटेन से यह संघर्ष भी भारत की तरह माल के 'बायकाट' से शुरू हुआ। भारत में गाँधीजी ने अंग्रेजी माल के बहिष्कार का नारा दिया था। इंग्लैड में बने कपड़ों की चौराहे पर होली जलाई थी। अमेरिकी लोगों ने भी ब्रिटेन से आने वाले माल का बहिष्कार किया। बोस्टन बंदरगाह पर ब्रिटेन से आया हुआ चाय से लदा जहाज खड़ा था। अमेरिकी लोगों ने जहाज डुबा दिया। चाय समुद्र में फैल गई। मजाक में उसे 'बोस्टन टी पार्टी' कहा जाने लगा। युद्ध हुआ और अमेरिका ब्रिटेन से मुक्त हुआ। पहिले राष्ट्रपति जार्ज वाशिंगटन हुए। उनके बाद जेफरसन दूसरे राष्ट्रपति हुए। जेफरसन महान राष्ट्रपतियों में माने जाते हैं। जेफरसन अमेरिका के डा. अंबेडकर थे। 'चार्टर आफ लिबर्टी' का मसौदा जेफरसन ने ही बनाया। अमेरिकी संविधानों के वे उसी तरह निर्माता माने जाते हैं, जैसे भारतीय संविधान के निर्माता डा. अंबेडकर।

दूसरे महायुद्ध के समय राष्ट्रपति थे योडोर रूजवेल्ट। एक रूजवेल्ट पहले भी हो गए हैं। यूरोप में हिटलर की नाजी फौजों ने तहलका मचा रखा खा। रूजवेल्ट देख रहे थे। अमेरिका ने स्वतंत्रता के युद्ध और गृहयुद्ध के बाद कोई लड़ाई नहीं लड़ी थी। नाजियों के प्रशंसक थे रूजवेल्ट। उन्होंने अपना प्रतिनिधि जर्मनी भेजा। वह देख समझकर आया। रूजवेल्ट को रिपोर्ट दी। वे प्रशंसा करने लगे जर्मन लोगों की जो भूखे और नंगे रहकर फौज के लिए पैसा देते हैं। अमेरिका अपने को अलग, पूर्ण सुरक्षित मानता था। अमेरिका के पास फौजी गुप्तचर संगठन तक नहीं था। पर्ल हार्बर में जब उसका जंगी बेड़ा डुबोया गया, तब रूजवेल्ट जागे। गुप्तचर संगठन बना जिसका नाम आगे चलकर सी.आई.ए. पड़ा।

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