लोगों की राय

ई-पुस्तकें >> परसाई के राजनीतिक व्यंग्य

परसाई के राजनीतिक व्यंग्य

हरिशंकर परसाई

प्रकाशक : भारतीय साहित्य संग्रह प्रकाशित वर्ष : 2016
पृष्ठ :296
मुखपृष्ठ : ईपुस्तक
पुस्तक क्रमांक : 9709
आईएसबीएन :9781613014189

Like this Hindi book 10 पाठकों को प्रिय

194 पाठक हैं

राजनीतिक विषयों पर केंद्रित निबंध कभी-कभी तत्कालीन घटनाक्रम को ध्यान में रखते हुए अपने पाठ की माँग करते हैं लेकिन यदि ऐसा कर पाना संभव न हो तो भी परसाई की मर्मभेदी दृष्टि उनका वॉल्तेयरीय चुटीलापन इन्हें पढ़ा ले जाने का खुद में ही पर्याप्त कारण है।


डिकन्स के दिलचस्प पात्र


चार्ल्स डिकन्स ने कुछ ऐसे दिलचस्प चरित्रों का निर्माण किया है कि वे मानस में स्थाई स्थान बना लेते हैं। कुछ तो कहावत के रूप में प्रयुक्त होने लगे। जैसे फक्कड़ मिस्टर मिकाबर। कल की चिंता न करनेवाले, जीविकाविहीन फक्कड़ आदमी को लोग मिस्टर मिकाबर कह देते हैं। चार्ल्स डिकन्स का उपन्यास 'डेविड कापर फील्ड' श्रेष्ठतम उपन्यासों में माना जाता है। बड़ी सरल कथा है किसान के बेटे डेविड की। परिवार का नाम कापर फील्ड है।

किसान बेटे को एक गाड़ी में पढ़ने कुछ दूर भेजता है। गाड़ीवाला बार्किस दिलचस्प आदमी है। डेविड के घर काम करनेवाली पेगटी से वह प्यार करता था। पर वह इतना शर्मीला है कि प्रेम प्रगट नहीं कर सकता। वह डेविड की मदद लेता है। डेविड जब छुट्टियों में घर आता है तब वह उससे कहता है कि पेगटी से कह देना - बार्किस इज विलिंग। यानी पेगटी से कह देना कि बार्किस राजी है। यह प्रेम प्रस्ताव है। एक दिन बार्किस झेंपता-झेंपता पेगटी के घर उपहार लेकर जाता है। एक रुमाल में दो संतरे। वह वहाँ बैठता है, पर उपहार देने का साहस उसमें नहीं है। वह रूमाल वहीं छोड़ आता है मान लेता है कि वह समझ जाएगी।

ये बार्किस इतने कहावत सरीखे हो गए कि एक आदमी कहता है - फिल्म चलोगे। तो दूसरा मंजूरी जताता है। बार्किस इज विलिंग। यह बोलचाल में पढ़े लिखे लोगों में होता है।

डेविड ग्राम स्कूल में पढ़ता था। ये प्रायवेट स्कूल, कूरता के अड्डे थे। पढ़ाना कम मारना अधिक। डेविड घबड़ा गया। बड़े लड़के छोटों को तंग करते। डेविड स्कूल छोड़कर भागा। उसकी एक सनकी चाची थी। डेविड के जन्म के समय वह आई थी। पर यह जानकर कि लड़का हुआ है, नाराज होकर लौट गई। वह लड़की चाहती थी। वह एक गाँव में खेती करती थी। उसका एकमात्र मित्र था - मिस्टर डिक। डेविड फाटक पर पहुँचा तो पहिले तो उसकी चाची ने डाँटकर कहा - भाग यहाँ से। तू क्यों आया? डेविड ने अपनी दुखभरी कहानी सुनाई तो सनकी बुढ़िया ने उसे भीतर आ जाने दिया। तभी मिस्टर डिक आ गए।

बुढ़िया ने पूछा- मिस्टर डिक - डेविड के लिए क्या किया जाएगा?

मिस्टर डिक- डेविड के लिए नए कपड़े बनवाए जाएँगे।

मिस्टर डिक- फिर क्या किया जाएगा?

मिस्टर डिक- डेविड को स्कूल में भरती कराया जाएगा। डेविड पास में ही एक स्कूल में पढ़ने लगता है।

...Prev | Next...

<< पिछला पृष्ठ प्रथम पृष्ठ अगला पृष्ठ >>

लोगों की राय

No reviews for this book