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भज गोविन्दम्

आदि शंकराचार्य

प्रकाशक : भारतीय साहित्य संग्रह प्रकाशित वर्ष : 2016
पृष्ठ :37
मुखपृष्ठ : Ebook
पुस्तक क्रमांक : 9557
आईएसबीएन :9781613012574

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ब्रह्म साधना के साधकों के लिए प्रवेशिका


गेयं गीतानामसहस्रं,
ध्येयं श्रीपतिरूपमजस्रम्।
नेयं सज्जनसंगे चित्तं,
देयं दीनजनाय च वित्तम् ॥27॥

(भज गोविन्दं भज गोविन्दं,...)

श्रीमद्भगवद्गीता और विष्णुसहस्रमान का सदा गान करो, सर्वदा श्रीपति का ध्यान करों – मन को हमेशा सत्संग में लगाओ तथा हमेशा दीनों को धन का दान करो ॥27॥
(गोविन्द को भजो, गोविन्द को भजो,.....)

geyam giitaa naama sahasram
dhyeyam shriipati ruupamajasram
neyam sajjana sange chittam
deyam diinajanaaya cha vittam ॥27॥

Sing thousand glories of Lord Vishnu, constantly remembering his form in your heart. Enjoy the company of noble people and do charity for the poor and the needy. ॥27॥
(Chant Govinda, Worship Govinda…..)

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