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अमेरिकी यायावर

योगेश कुमार दानी

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प्रकाशक : भारतीय साहित्य संग्रह प्रकाशित वर्ष : 2016
पृष्ठ :150
मुखपृष्ठ : ईपुस्तक
पुस्तक क्रमांक : 9435
आईएसबीएन :9781613018972

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उत्तर पूर्वी अमेरिका और कैनेडा की रोमांचक सड़क यात्रा की मनोहर कहानी


मैंने अपने इस विचार से मेरी एन को संदेश भेजकर अवगत करवाया। मुझे नहीं मालूम था कि वह क्या रुख रखती थी। संभवतः उसके लिए भी खर्च उतनी ही अधिक समस्या थी, जितनी कि मेरे लिए। या फिर यह भी हो सकता है कि अधिक जानकारी न होने के कारण हम दोनों ही अपनी-अपनी जगह जो कुछ भी मिल रहा था, उसे ही अच्छा समझ रहे थे। उसने टेक्सट मेसेज पर लिखा, “वाशिंगटन तो बहुत दूर नहीं है, बाद में भी जाया जा सकता है, इसलिए हमें आगे के बारे में सोचना चाहिए।“ मुझे भी याद आया कि उसकी दिलचस्पी कैनेडा में थी। लग रहा था कि अमेरिका के बारे में शायद उसका कोई विशेष मत और रुचि नहीं थी।
होटल की बुकिंग हो जाने के बाद अब मेरा ध्यान कार पर गया। खालिद की अल्टीमा तो उपलब्ध थी ही, पर अल्टीमा कार में गैस अधिक लगती है। मैं अपने जानकार सभी लोगों के बारे में सोचने लगा कि किस-किस के पास कार है? मुझे याद आया कि विपुल मेहता के पास टोयोटा प्रियस कार थी, और प्रियस कार का गैस एवरेज तो सभी को मालूम है कि कितना अच्छा होता है। पर समस्या यह थी कि अल्टीमा 6 साल पुरानी थी और प्रियस 9-10 साल पुरानी थी। इतनी लंबी यात्रा में अधिक पुरानी कार में समस्या हो सकती थी।
बहुत सोचने के बाद मैंने विपुल से हिचकते हुए पूछा, “क्या मैं तुम्हारी कार इस यात्रा के लिए उधार ले सकता हूँ?” विपुल बोला, “अगले हफ्ते मुझे अपने एक और मित्र को राले एयरपोर्ट लेने जाना पड़ सकता है। वह भारत से आ रहा है।“ कार की समस्या का समाधान निकालने के विषय में मैं अभी सोच ही रहा था, कि तभी मुझे यह भी याद आया कि कार किसी की भी हो, उसकी इंश्योरेन्स में मुझे अपना नाम तो जुड़वाना ही होगा, नहीं तो यदि कार कहीं अटक गई तब तो लेने-के-देने पड़ सकते हैं।  मार्ग में कार बिगड़ जाने की अवस्था में कार को खींच कर आस-पास के मिस्त्री की दूकान तक ले जाना पड़ सकता है। मेरे सामने दो विकल्प थे, एक तो इन्श्योरेन्स कंपनी से ही यह सेवा माँगना, दूसरा विकल्प है अमेरिकन आटोमोबाइल एसोसियेशन (AAA) की सेवा लेना।
“ट्रिपल ए” की सदस्यता लेने से एक और फायदा यह भी था कि यदि किसी मजबूरी में हमें कोई ऐसा होटल लेना पड़े जो कि होटल एजेन्टों की वेबसाइट में शामिल न हो, तब भी “ट्रिपल ए” की सदस्यता के कारण कम से कम 10 प्रतिशत तक कम किराए पर कमरे मिल सकते हैं। खास बात यह भी थी कि “ट्रिपल ए” अमेरिका और कैनेडा दोनो जगह सर्विस देती थी, इसलिए कैनेडा के अंदर यात्रा करने में किसी और सर्विस की आवश्यकता नहीं थी। इन्श्योरेंस कंपनी की सुविधा कैनेडा में काम करती है या नहीं, वे मार्ग में दी जाने वाली सुविधाओँ को अन्य देशों में भी देते हैं या केवल अमेरिका में, इस बात की जानकारी भी करनी थी।
“ट्रिपल ए” की सर्विस के लिए जब उनकी साइट पर जाकर जानकारी हासिल की तो पता लगा कि दो लोगों के लिए साधारण सर्विस में 100 डॉलर लगते है। इस सेवा में बंद पड़ी कार को 3 मील की दूरी तक किसी सर्विस स्टेशन तक ले जाया जाता है। उनकी प्लस सर्विस में बिगड़ी हुई कार को 100 मील की दूरी तक ले जाने की जिम्मेदारी होती है। हम लोग जिस तरह कम आबादी वाले हिस्सों में जाना चाहते थे, उस लिहाज से 3 मील वाली सर्विस तो बेकार ही थी। मैंने मेरी एन से टेक्सट मेसेज कर पूछा कि क्या वह अमेरिका या कैनेडा में कार चला सकती थी? उसका उत्तर आया कि उसे कार चलानी तो आती थी, पर अधिक अभ्यास नहीं था। यह बात मालूम होने पर यह भी समझ में आ गया कि संभवतः इस यात्रा में हर जगह कार मुझे खुद ही चलानी थी।

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