कहानी संग्रह >> 27 श्रेष्ठ कहानियाँ 27 श्रेष्ठ कहानियाँचन्द्रगुप्त विद्यालंकार
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स्वतंत्रता प्राप्ति के कुछ आरंभिक वर्षों की कहानियाँ
''और तुम? क्या यों ही रात भर जाग कर यहां बैठी रहा करोगी?''
''हां, दिन और रात।''
''कब तक?''
''जब तक राजा बहादुर का पूर्ण संस्कार होकर उन्हें पूर्णावस्था प्राप्त न
हो जाए।''
राजा आंखें बन्द कर पड़ा सोचता रहा। किन्तु फिर भी उसकी समझ में बात नहीं
आई कि उन दोनों नागिनों को किसने मार डाला-रेवती ने, या स्वयं काली माता
ने?
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