आचार्य श्रीराम शर्मा >> जन्मदिवसोत्सव कैसे मनाएँ जन्मदिवसोत्सव कैसे मनाएँश्रीराम शर्मा आचार्य
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जन्मदिवस को कैसे मनायें, आचार्यजी के अनुसार
इन बातों का ध्यान रखें
छोटे बच्चों के जन्मदिन घरों पर महिलायें अपने निजी प्रबंध में मना लिया करें। उसके लिए पास-पड़ौस की महिलाओं को एकत्रित करके वे शिशु-निर्माण एवं महिला-जीवन के विकास पर प्रकाश डाल सकती हैं। युग निर्माण आन्दोलन के अन्तर्गत जन्म-दिवसोत्सवों का जो क्रम अभी चलाया जा रहा है, वह प्रारंभ में शाखा सदस्यों तथा प्रबुद्ध व्यक्तियों में प्रचलित किया जाना चाहिए, जिनके व्यक्तिगत प्रभाव परिचय से अनेक, नये एवं विचारशील लोग एकत्रित हो सकें और वे स्वयं भी अपने जन्मदिन के अवसर पर जीवन निर्माण की दिशा में कुछ साहसपूर्ण कदम उठाने-कुछ नया व्रत लेने में समर्थ हो सकें। ऐसे सजीव आयोजन ही दूसरे नयों पर प्रभाव डालेंगे। केवल निर्जीव उत्सव मात्र उसे बना दिया जाय तो आज अनेक प्रकार की जो धार्मिक लकीरें आए दिन पिटती रहती हैं, उन्हीं में से यह भी बन जायगी। इसलिए जहाँ तक आन्दोलन का सम्बन्ध है, उसे प्रबुद्ध लोगों तक ही सीमित रखा जाय, तभी इतने लोगों की शक्ति एवं बहुमूल्य समय का कुछ उपयोग को सकता है। हमारा हर प्रयत्न पूरी उपयोगिता का ध्यान रखकर हो क्रियान्वित होना चाहिए।
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