आचार्य श्रीराम शर्मा >> गायत्री की गुप्त शक्तियाँ गायत्री की गुप्त शक्तियाँश्रीराम शर्मा आचार्य
|
0 5 पाठक हैं |
गायत्री मंत्र की गुप्त शक्तियों का तार्किक विश्लेेषण
Gayatri Ki Gupt Shaktiyan - a Hindi book by Sriram Sharma Acharya
गायत्री सनातन एवं अनादि मंत्र है। पुराणों में कहा गया है कि-"सृष्टिकर्ता ब्रह्मा को आकाशवाणी द्वारा गायत्री मंत्र प्राप्त हुआ था, इसी गायत्री की साधना करके उन्हें सृष्टि निर्माण की शक्ति प्राप्त हुई। गायत्री के चार चरणों की व्याख्या स्वरूप ही ब्रह्माजी ने चार मुखों से चार वेदों का वर्णन किया। गायत्री को वेदमाता कहते हैं। चारों वेद, गायत्री की व्याख्या मात्र हैं।" गायत्री को जानने वाला वेदों को जानने का लाभ प्राप्त करता है।
गायत्री के २४ अक्षर २४ अत्यन्त ही महत्त्वपूर्ण शिक्षाओं के प्रतीक हैं। वेद, शास्त्र, पुराण, स्मृति, उपनिषद् आदि में जो शिक्षाएँ मनुष्य जाति को दी गई हैं, उन सबका सार इन २४ अक्षरों में मौजूद है। इन्हें अपनाकर मनुष्य प्राणी व्यक्तिगत तथा सामाजिक सुख-शान्ति को पूर्ण रूप से प्राप्त कर सकता है।
गायत्री की गुप्त शक्तियाँ
अनुक्रम
|