लोगों की राय

उपयोगी हिंदी व्याकरण

A PHP Error was encountered

Severity: Notice

Message: Undefined index: author_hindi

Filename: views/read_books.php

Line Number: 21

निःशुल्क ई-पुस्तकें >> उपयोगी हिंदी व्याकरण

हिंदी के व्याकरण को अघिक गहराई तक समझने के लिए उपयोगी पुस्तक

10.    कोष्ठक [()]


1.    कोष्ठक के भीतर मुख्यतः उस सामग्री को रखते हैं जो मुख्य वाक्य के अंग होते हुए भी पृथक् की जा सकती है –
संज्ञा के तीन मुख्य भेदों (व्यक्तिवाचक, जातिवाचक, भाववाचक) का विवेचन प्रस्तुत किया जा रहा है।
2.    क्रमसूचक अंको या अक्षरों के साथ –
(क)    (ख)(ग), (1)(2)(3)

11.    त्रुटिपूरक या हंसपद (^)

लिखते समय जब कोई अंश शेष रह जाता है तो उसके लिए ठीक स्थान पर यह चिह्न लगा दिया जाता है –
महात्मा गाँधी ने ^ सत्य का पालन किया।

12.    संक्षेपसूचक (.)


लाघव चिह्न बिंदु (.) का प्रयोग संक्षिप्त रूप लिखने के लिए होता है –

बी.ए.
कृ.पृ.उ. (कृपया पृष्ठ उलटिए)
पं., डॉ.


...Prev |

To give your reviews on this book, Please Login