उपयोगी हिंदी व्याकरण
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हिंदी के व्याकरण को अघिक गहराई तक समझने के लिए उपयोगी पुस्तक
क्रिया अध्याय का परिशिष्ट
रूपावली वर्गों के प्रयोगों के उदाहरण
रूपावली वर्ग (1): संभाव्य भविष्यकाल
आज शायद, पानी बरसे। (संभावना)
ईश्वर आपको समृद्ध बनाए। (इच्छा, आशीर्वाद)
क्या अब मैं जाऊँ। अनुमति माँगना)
वह ऐसी बातें करता है, मानों सब कुछ उसके हाथ में हो।
(उत्प्रेक्षा)
रूपावली वर्ग (2): सामान्य भविष्यत् काल
ऐसा घर इतने पैसे में अन्यत्र नहीं मिलेगा (सामान्य भविष्य)
मैं कल आपके यहाँ आऊँगा। (निश्चयात्मक भविष्य)
अगर तुम पढ़ोगे तो उत्तीर्ण होगे। (शर्तयुक्त क्रियाकार्य)
वह उसके पिता जी होंगे। (संदेह)
रूपावली वर्ग (3): प्रत्यक्षविधि
अब घर चलो, देर न करो। विधि (आग्रहात्मक)
किसी की बुराई न करो। (उपदेशात्मक आज्ञा)
आप यहाँ बैठिए। (निवेदन)
रूपावली वर्ग (4): परोक्ष विधि
कल निबंध लिखकर ही आना (भावी आज्ञा)
उधर न जाना, फिसल जाओगे (निषेध)
रूपावली वर्ग (5): सामान्य संकेतार्थ हेतुहेतुमदभूत
अगर कल शाम तुम आते तो पिताजी से मुलाकात हो जाती।
ये प्रायः ‘अगर.. तो से जुड़े होते हैं।’ क्रिया की असिद्धता (= न होने) का
संकेत
रूपावली वर्ग (6) सामान्य भूत
शिवाजी समर्थ गुरु रामदास के शिष्य थे। (अतीत के तथ्य/स्थिति की
सूचना)
आप चलिए, मैं अभी आया। (भावी क्षण में पूरा किये जाने वाले कार्य
की सूचना)
रूपावली वर्ग (7): सामान्य वर्तमान काल
प्रधानाध्यापक जी आप को बुलाते हैं। (कार्य की वर्तमानता)
वह बहुत अच्छा नाचती है। (आदत/स्वभाव की सूचना)
वह आठवीं कक्षा में पढ़ता है। (दीर्घ व्यापी कार्य.की सूचना)
पृथ्वी सूर्य की परिक्रमा करती है। (नित्य सत्य की सूचना)
रूपावली वर्ग (8): पूर्ण वर्तमान/आसन्नभूत
तुलसी ने रामचरितमानस लिखा है। (भूतकालिक क्रिया जिसकी प्रासंगिकता वर्तमान
में है)
बगीचे में सुंदर-सुंदर फूल खिले हैं। (स्थिति की सूचना)
ट्रेन आ गई है। (आसन्न भूतकाल)
रूपावली वर्ग (9): अपूर्ण भूतकाल
पहले मैं बहुत सोता था। (आदत, दीर्घ व्यापी क्रिया)
वकील जो-जो पूछता था, गवाह उसका उत्तर देता था।
(बांरबारता की सूचना)
रूपावली वर्ग (10): पूर्ण भूतकाल
आज सबेरे मैं आपके यहाँ गया था। (बोलने या लिखने के बहुत पहले की
क्रिया)
हम स्टेशन पहुँचे ही थे कि ट्रेन चल दी। (साथ-साथ घटित होना)
डाक्टर के आने से पूर्व ही रोगी मर गया था। (पूर्व संपन्न कार्य की
सूचना)
रूपावली वर्ग (11): संभाव्य वर्तमान
हम ऐसा घर ढूँढ रहे हैं, जहाँ दिन भर पानी आता हो। (स्वाभाविक स्थिति)
शायद आज पिताजी आते हों। (वर्तमान काल की अपूर्ण क्रिया की
संभावना)
मुझे डर है कि कहीं कोई हमारी बात सुनता न हो। (आशंका की सूचना)
रूपावली वर्ग (12): संभाव्य भूतकाल
हो सकता है किसी ने हमारी बातें सुनी हों। (भूतकाल की पूर्ण क्रिया की संभावना)
दुष्टों ने कुत्ते को कहीं मार न डाला हो। (आशंका सूचना)
रूपावली वर्ग (13): संदिग्ध वर्तमान
पिताजी आते होंगे। (वर्तमान काल की क्रिया का संदेह)
रूपावली वर्ग (14): संदिग्ध भूत
तुम्हारी घड़ी नौकर ने कहीं रख दी होगी। (भूतकालिक क्रिया का संदेह)
शायद वह बीमार रहा होगा। (संदेह सूचना)
रूपावली वर्ग (15): अपूर्ण संकेतार्थ
अगर वह अच्छी तरह पढ़ता होता, तो अब तक हाई स्कूल पास कर लिया होता।
रूपावली वर्ग (16): पूर्ण संकेतार्थ
अगर तुम ने पढ़ लिया होता, तो आज पास हो चुके होते।
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