ई-पुस्तकें >> मुल्ला नसीरुद्दीन के चुटकुले मुल्ला नसीरुद्दीन के चुटकुलेविवेक सिंह
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मुल्ला नसीरूद्दीन न केवल हँसोड़ था, बल्कि वह अच्छा हकीम भी था और सामान्य लोगों के सुख-दुःख में सदा भागीदार भी बनता था, इसलिए वह अत्यन्त लोकप्रिय था।
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मुल्ला ने खूब डटकर चढ़ाई थी। अत: बेहोश होकर नाली के किनारे पड़ा था। उधर से मुल्ला का एक मित्र निकला तो उसने मुल्ला को झकझोर कर कहा- 'नसीरूद्दीन घर नहीं चलोगे?'
'कौन हो तुम अजीब आदमी, अब मुझे चलने की क्या जरूरत है। सारा शहर घूम रहा है, मेरा घर भी किसी न किसी चक्कर में मेरे पास ही आ जायेगा।'
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