आचार्य श्रीराम शर्मा >> हारिए न हिम्मत हारिए न हिम्मतश्रीराम शर्मा आचार्य
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प्रस्तुत पुस्तक में आचार्य श्रीराम शर्मा जी ने लोगों को जीवन की कठिन परिस्थितियों में किस प्रकार के आचार-विचार की आवश्यकता है, इसे एक माह की डायरी के रूप में बताया है।
दिनांक : 30
अस्त-व्यस्त जीवन जीना, जल्दबाजी करना, रात-दिन व्यस्त रहना, हर पल-क्षण को काम-काज में ठूँसते रहना भी मन:क्षेत्र में भारी तनाव पैदा करते हैं। अतः यहाँ यह आवश्यक हो जाता है कि अपनी जीवन-विधि को, दैनिक जीवन को विवेकपूर्ण बनाकर चलें। ईमानदारी, से संयमशीलता, सज्जनता, नियमितता, सुव्यवस्था से भरा-पूरा हलका-फुलका जीवन जीने से ही मनःशक्ति का सदुपयोग होता है और ईश्वर-प्रदत्त क्षमता से समुचित लाभ उठा सकने का सुयोग बनता है।
कर्त्तव्य के पालन का आनंद लूटो और विघ्नों से बिना डरे जूझते रहो। यही है धर्म का सारतत्त्व।
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