ई-पुस्तकें >> संभाल कर रखना संभाल कर रखनाराजेन्द्र तिवारी
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मन को छूने वाली ग़ज़लों का संग्रह
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दर्द आधा तो कर ही सकते हैं
दर्द आधा तो कर ही सकते हैं।
फ़िक्र साझा तो कर ही सकते हैं।।
चाहे कोई मदद न कर पायें,
हम इरादा तो कर ही सकते हैं।
हाँ! दिखावे का शौक़ हो जिनको,
वो तमाशा तो कर ही सकते हैं।
क़त्ल करना उन्हें नहीं आता,
बे-इरादा तो कर ही सकते हैं।
आप बेशक वफ़ा करें न करें,
हम से वादा तो कर ही सकते हैं।
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