लोगों की राय

ई-पुस्तकें >> संभाल कर रखना

संभाल कर रखना

राजेन्द्र तिवारी

प्रकाशक : भारतीय साहित्य संग्रह प्रकाशित वर्ष : 2016
पृष्ठ :123
मुखपृष्ठ : ईपुस्तक
पुस्तक क्रमांक : 9720
आईएसबीएन :9781613014448

Like this Hindi book 4 पाठकों को प्रिय

258 पाठक हैं

मन को छूने वाली ग़ज़लों का संग्रह



ख़ुद को पहचानना चाहता है अगर
आईने पर बहुत गर्द है साफ़ कर

जब से मन उसकी धुन में मगन हो गया
अपनी नज़रों में सहरा चमन हो गया

बेकार के झगड़े हैं बात अपनी ख़ुशी की है
मन्दिर भी उसी का है मस्जिद भी उसी की

डर इतना ज़िन्दगी का दिल में उतर गया है
बस आदमी है ज़िन्दा अहसास मर गया है

घबरा के नाउम्मीदी का दामन न थाम लें
थोड़े दिनों की बात है हिम्मत से काम लें

तुम्हें तन्हा भटकने को सफ़र में छोड़ दें कैसे
तुम्हारे साथ इक रि’ता है आख़्िार तोड़ दें कैसे

न हम शिकवा करें तुमसे न तुम हमसे गिला करना
चलो फिर से शुरू कर दें ब ज़रिए ख़त मिला करना

कहाँ पर कौन प्यासा है उन्हें इससे गरज क्या है
ये मर्ज़ी है घटाओं की, जहाँ चाहें वहाँ बरसें

छलकती दिल में है आँखों से बह निकलती है
ख़ुशी हर इक से सम्हाले नहीं सम्हलती है

* * *


...Prev |

<< पिछला पृष्ठ प्रथम पृष्ठ

लोगों की राय

Abhilash Trivedi

लाजवाब कविताएँ!

A PHP Error was encountered

Severity: Notice

Message: Undefined index: mxx

Filename: partials/footer.php

Line Number: 7

hellothai