ई-पुस्तकें >> चमत्कारिक पौधे चमत्कारिक पौधेउमेश पाण्डे
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प्रकृति में हमारे आसपास ऐसे अनेक वृक्ष हैं जो हमारे लिए परम उपयोगी हैं। ये वृक्ष हमारे लिए ईश्वर द्वारा प्रदत्त अमूल्य उपहार हैं। इस पुस्तक में कुछ अति सामान्य पौधों के विशिष्ट औषधिक, ज्योतिषीय, ताँत्रिक एवं वास्तु सम्मत सरल प्रयोगों को लिखा जा रहा है।
कटहल का ज्योतिषीय महत्त्व
कटहल का ज्योतिष में उत्तराषाढा नक्षत्र में जन्मे लोगों के लिये महत्त्व ज्ञात है। इस नक्षत्र वालों को इसकी परिक्रमा करना तथा इसके नीचे बैठना शुभ है। इस नक्षत्र में जन्मे व्यक्तियों को कटहल के वृक्ष का रोपण, पालन भी शुभ फलदायी होता है।
कटहल का ताँत्रिक महत्त्व
0 कटहल के तने में शत्रु का नाम लेकर कील गाड़ने से शत्रु दबता है।
0 कटहल की डाल पर एक लाल रेशमी डोरे से निम्न यंत्र बनाकर लटकाने से मुकद्दमे में विजय हासिल होती है। इस यंत्र को एक कोरे कागज पर, अनार की कलम से अष्टगंध की स्याही का प्रयोग करके बनाया जाता है।
इसे शुभ मुहूर्त में कुशा के आसन पर बैठकर बनाते हैं-
कटहल का वास्तु में महत्त्व
कटहल के वृक्ष का घर की सीमा में होना अशुभकारी नहीं है। घर की सीमा में इस वृक्ष का दक्षिण-पश्चिम अथवा मूल दक्षिण दिशा में होना शुभ है। उत्तर-पूर्वी अर्थात् यह ईशान्य में नहीं होना चाहिये।
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