लोगों की राय
ई-पुस्तकें >>
श्रीकृष्ण चालीसा
श्रीकृष्ण चालीसा
प्रकाशक :
भारतीय साहित्य संग्रह |
प्रकाशित वर्ष : 2016 |
पृष्ठ :13
मुखपृष्ठ :
ईपुस्तक
|
पुस्तक क्रमांक : 9655
|
आईएसबीएन :9781613012192 |
|
6 पाठकों को प्रिय
440 पाठक हैं
|
श्रीकृष्ण चालीसा
जो श्रीकृष्ण चालीसा गावे,
कष्ट उसके निकट न आवें।
दुःख दरद सब होवन दूर,
वह धन धान्य से रहे भरपूर।।39।।
कृष्ण चालीसा अती पियारा,
भुक्ति मुक्ति को देवन हारा।
जय जय जय श्रीकृष्ण अनन्ता,
जय जय जय पूरण भगवन्ता।।40।।
।। इति ।।
...Prev |
पुस्तक का नाम
श्रीकृष्ण चालीसा
मैं उपरोक्त पुस्तक खरीदना चाहता हूँ। भुगतान के लिए मुझे बैंक विवरण भेजें। मेरा डाक का पूर्ण पता निम्न है -
A PHP Error was encountered
Severity: Notice
Message: Undefined index: mxx
Filename: partials/footer.php
Line Number: 7
hellothai