ई-पुस्तकें >> शक्तिदायी विचार शक्तिदायी विचारस्वामी विवेकानन्द
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ये विचार बड़े ही स्फूर्तिदायक, शक्तिशाली तथा यथार्थ मनुष्यत्व के निर्माण के निमित्त अद्वितीय पथप्रदर्शक हैं।
• ग्रन्थों के अध्ययन से कभी कभी हम भ्रम में पड़ जाते हैं कि उनसे हमें आध्यात्मिक सहायता मिलती है; पर यदि हम अपने ऊपर उन ग्रन्थों के अध्ययन से पड़नेवाले प्रभाव का विश्लेषण करें, तो ज्ञात होगा कि अधिक से अधिक हमारी बुद्धि पर ही उसका प्रभाव पडा है, न कि हमारे अन्तरात्मा पर। आध्यात्मिक विकास के लिए प्रेरक-शक्ति के रूप में ग्रन्थों का अध्ययन अपर्याप्त है, क्योंकि यद्यपि हममें से प्राय: सभी आध्यात्मिक विषयों पर अत्यन्त आश्चर्यजनक भाषण दे सकते हैं, पर जब प्रत्यक्ष कार्य तथा वास्तविक आध्यात्मिक जीवन बिताने की बात आती है, तब अपने को बुरी तरह अयोग्य पाते हैं। आध्यात्मिक जागृति के लिए ब्रह्मनिष्ठ गुरु से प्रेरक-शक्ति प्राप्त होनी चाहिए।
• एकमात्र ईश्वर, आत्मा औऱ आध्यात्मिकता ही सत्य हैं- शक्ति-स्वरूप हैं। केवल उन्हीं का आश्रय लो।
• संसार में अनेक धर्म हैं, यद्यपि उनकी उपासना के नियम भित्र हैं, तथापि वे वास्तव में एक ही हैं।
• ध्यान ही महत्त्वपूर्ण बात है। ध्यान लगाओ। ध्यान सब से बड़ी बात है। आध्यात्मिक जीवन की प्राप्ति के लिए श्रेष्ठतम-निकटतम उपाय है। हमारे दैनिक जीवन में यही एक क्षण है, जब हम सांसारिकता से पृथक् रह पाते हैं; इसी क्षण में आत्मा अपने आप में ही लीन रहती है, अन्य सब विचारों से मुक्त रहती है-यही है आत्मा का आश्चर्यजनक प्रभाव।
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