लोगों की राय

ई-पुस्तकें >> कह देना

कह देना

अंसार कम्बरी

प्रकाशक : भारतीय साहित्य संग्रह प्रकाशित वर्ष : 2016
पृष्ठ :165
मुखपृष्ठ : ईपुस्तक
पुस्तक क्रमांक : 9580
आईएसबीएन :9781613015803

Like this Hindi book 3 पाठकों को प्रिय

278 पाठक हैं

आधुनिक अंसार कम्बरी की लोकप्रिय ग़जलें


३९

होना मुक़ाबला है नज़र का


होना मुक़ाबला है नज़र का नज़र के साथ
बाज़ी लगी हुई है मेरी चश्मेतर के साथ

करिये न हमसे बात अगर और मगर के साथ
सच्चाइयों को देखिये दिल में उतर के साथ

तन्हा सफ़र में इसलिये हम ऊबते नहीं
करते हैं मुझसे बात क़दम रहगुज़र के साथ

शायद इसीलिए कोई आया नहीं जवाब
गुम हो गया है ख़त भी मेरा नामाबर के साथ

सजदा ख़ुदा का इसलिये करता है आदमी
जन्नत की आरज़ू है जहन्नम के डर के साथ

अपना मुजाज़ और है, मिसरे का रंग और
कुछ शेर कह सका हूँ बहुत दर्देसर के साथ

...Prev | Next...

<< पिछला पृष्ठ प्रथम पृष्ठ अगला पृष्ठ >>

अन्य पुस्तकें

लोगों की राय

No reviews for this book