लोगों की राय

ई-पुस्तकें >> कह देना

कह देना

अंसार कम्बरी

प्रकाशक : भारतीय साहित्य संग्रह प्रकाशित वर्ष : 2016
पृष्ठ :165
मुखपृष्ठ : ईपुस्तक
पुस्तक क्रमांक : 9580
आईएसबीएन :9781613015803

Like this Hindi book 3 पाठकों को प्रिय

278 पाठक हैं

आधुनिक अंसार कम्बरी की लोकप्रिय ग़जलें


११०

तश्नालब जब हिसाब माँगेगा


तश्नालब जब हिसाब माँगेगा
तब समन्दर भी आब माँगेगा

चाँदनी रात में भी सूरज से
रौशनी माहताब माँगेगा

रोज़ पढ़ता है सैकड़ों चेहरे
आईना क्यूँ किताब माँगेगा

उसका दिल, दिल नहीं है पत्थर है
वो भला क्यूँ गुलाब माँगेगा

देख लेगा अगर तेरी आँखें
कोई फिर क्यूँ शराब माँगेगा

आज के दौर में ‘ज़ुलैखा’ का
कौन ‘यूसुफ़’ शबाब माँगेगा

जी हुज़ूरी से और ख़ुशामद से
आज शायर ख़िताब माँगेगा

‘क़म्बरी’ माँगता है मालिक से
आपसे क्यूँ जनाब माँगेगा

...Prev | Next...

<< पिछला पृष्ठ प्रथम पृष्ठ अगला पृष्ठ >>

अन्य पुस्तकें

लोगों की राय

No reviews for this book