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अमेरिकी यायावर

योगेश कुमार दानी

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प्रकाशक : भारतीय साहित्य संग्रह प्रकाशित वर्ष : 2016
पृष्ठ :150
मुखपृष्ठ : ईपुस्तक
पुस्तक क्रमांक : 9435
आईएसबीएन :9781613018972

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उत्तर पूर्वी अमेरिका और कैनेडा की रोमांचक सड़क यात्रा की मनोहर कहानी


अगली सुबह, रोजमर्रा के कार्यक्रमों से निबटने के बाद जब मैंने फेशबुक पर झाँका तो पाया कि लगभग एक बजे रात्रि उसने वापसी संदेश में छात्र क्रिया-कलाप केंद्र (एस ए सी) में सुबह 10 बजे मिलने के लिए कहा हुआ था। सैक पहुँचने पर देखा कि वह एक दो लोगों की क्षमता वाली एक छोटी-सी मेज पर बैठी हुई थी। उसके सामने वाली कुर्सी पर बैठते हुए र्मैंने उसे अपनी समस्या बताई, तो वह बोली, “मुझे क्यूबेक सिटी तो जाना-ही-जाना है।“ रास्ते में उसे माँट्रियाल तथा टौरेंटो देखने की इच्छा भी थी। अगर अमेरिका से कनाडा में प्रवेश करने के बाद कहीं रुके बगैर यदि सीधे क्यूबेक सिटी की ओर जाया जाये तब अमेरिका की सीमा से क्यूबेक सिटी की यात्रा लगभग 4-5 घंटे में पूरी हो जायेगी। मैंने उसे सुझाव दिया, “यदि हम उस ओर जाते हुए अमेरिकी सीमा पर किसी होटल में रात गुजारते हैं, और अगली सुबह जल्दी निकल जाते हैं तो माँट्रियाल के रास्ते होकर सीधे क्यूबैक सिटी जा सकते हैं। लगभग 5 घंटे में वहाँ पहुँचकर दिन भर क्यूबैक सिटी देखेंगे और फिर वहाँ रात गुजारकर अगले दिन सुबह वहाँ से वापस माँट्रियाल होते हुए कुछ समय रुक कर माँट्रियाल देखेंगे और शाम तक टोरेंटो वापस आ जायेंगे। वहाँ शाम से लेकर देर रात तक माँट्रियाल देखेंगे और फिर माँट्रियाल से 11 बजे के आस-पास निकल कर सुबह 1 या 2 बजे तक वापस अमेरिका की सीमा में प्रवेश करके अमेरिकी सीमा के अंदर किसी होटल में रुक कर बितायेंगे।
मेरी एन ने मेरा सुझाव मान लिया, परंतु उसके चेहरे पर कुछ उलझन देखकर मैंने उससे पूछा, “आप शायद कुछ और सोच रही हैं? उसने कहा, “ तुम कैनेडा का वीसा लिए बगैर कनाडा की सीमा में नहीं जा सकते, इसलिए जल्दी जाना संभव नहीं, परंतु अगर वीसा मिलने में देर हो गई तब तक मेरे गाइड वापस आ जायेंगे और मेरी थीसिस का काम आरंभ हो जायेगा, इसलिए अगर जाना है, तो अभी ही जाना होगा।“ समझौते के तौर पर मैंने उससे पूछा, “यदि समय कम पड़ा तो क्या आप टौरेंटो जाना स्थगित कर सकती हैं या आपका वहाँ जाना आवश्यक है।“ मेरी एन बोली, “ मैं जाना तो चाहती हूँ, पर देखते हैं कि क्या होता है।“ मेरी एन के चेहरे के भावों को देखकर ऐसा लग रहा था कि उसने औपचारिकतावश कह तो दिया है, पर असल में वह अवश्य जाना चाहती है।
मेरे मन में एक विचार यह भी पनप रहा था कि मुझे न्यूयार्क में ट्राँसिट वीसा लेते समय एक बार अधिकारियों से यह अवश्य पूछना चाहिए कि क्या मैं दो दिनों के अंतर में दो बार का ट्राँसिट वीसा ले सकता हूँ? ऐसी स्थिति में हम क्यूबैक सिटी और माँट्रियाल एक बार के वीसा में और दो दिन बाद पुनः वीसा लेकर टौरेंटो जा सकते हैं, उसके बाद वहाँ से न्यागरा फाल्स जा सकते हैं। इस अवस्था में संभवतः समय कम पड़ जाने के कारण हम पिट्सबर्ग और वेस्ट वर्जीनिया के स्थानों को नहीं देख पायेंगे। अगर ऐसा हुआ तो मैं उन स्थानों पर जाने के लिए फिर से कार्यक्रम बनाउँगा। परंतु इस बारे में मेरी एन से अभी बात करना मैने ठीक नहीं समझा। मैं झूठी उम्मीदें नहीं बढ़ाना चाहता था,  इसके अलावा मुझे मेरी एन के स्वभाव के बारे में भी अधिक जानकारी नहीं थी, इसलिए इस तरह की पेचीदगी से भरी हुई योजना बनाने का विचार ठीक नहीं था।

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