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अमेरिकी यायावर

योगेश कुमार दानी

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प्रकाशक : भारतीय साहित्य संग्रह प्रकाशित वर्ष : 2016
पृष्ठ :150
मुखपृष्ठ : ईपुस्तक
पुस्तक क्रमांक : 9435
आईएसबीएन :9781613018972

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उत्तर पूर्वी अमेरिका और कैनेडा की रोमांचक सड़क यात्रा की मनोहर कहानी


मैंने उसे इस विषय में सोचने के लिए कहते हुए बताया, “मैं एक आइस बाक्स लेने वाला था, जिसमें पानी, कोल्ड ड्रिंक, जूस आदि रखा जा सकता है। उसके लिए आवश्यकतानुसार बर्फ गैस स्टेशनों से ली जा सकती है। इसके अलावा कोई दवा आदि, यदि आवश्यक हो तो, जैसे सिर-दर्द, माँस पेशियों में दर्द आदि की दवाएं, तो वे पहले से ही ले लेनी चाहिए। हम रोज पैदल बहुत चलेंगे, अगर मोच आदि आ गई तो फिर दवा को तुरंत बाजार से खरीदना पड़ेगा, जो कि फिजूल खर्ची होगी। इसलिए, अगर ऐसी कोई दवाएँ आदि हमारे पास पहले से ही हों, तब तो उन्हें अवश्य ही ले चलना चाहिए।“
मैंने उसे बताया, “मैं वेराइजॉन का डाटा कार्ड भी लेने वाला हूँ। उसके जरिए हम नेट पर वॉइस आई पी से देश अथवा विदेश में फोन भी कर सकते हैं। मेरे कार्यक्रम तो अमेरिका के अंदर ही अंदर घूमने का था, परंतु यदि अब कैनेडा भी जाना है, तब तो आई-पी फोन का प्रयोग आवश्यक हो सकता है। इस प्रकार हम होटल के नेट से अथवा वेराइजॉन के कार्ड से नेट का प्रयोग करके फोन का खर्चा कम कर सकते हैं। अन्यथा दूसरे देश में यदि कोई आकस्मिक जरूरत पड़ी, जिसके कारण वापस अमेरिका या भारत आदि फोन करना हुआ तब वह काफी मँहगा पड़ सकता है।“  
कुल मिलाकर बात यह थी कि हमें अधिक-से-अधिक तैयारी कर लेनी थी, जिससे यात्रा के समय फालतू खर्च न करना पड़े। मेरे क्रेडिट कार्ड में पैसा तो था, परंतु मैं अपना सारा ध्यान और पैसा अमेरिका के मानव निर्मित और प्राकृतिक स्थलों पर केंद्रित करना चाहता, न कि रोज की सुविधाओं-असुवधाओँ पर। यह बात ठीक थी कि हम अपने-अपने व्यक्तिगत खर्चों के लिए स्वयं जिम्मेदार थे, पर पहले से सोचकर हम इन बातों की तैयारी कर लेंगे तो अच्छा रहेगा। मैंने उससे आगे कहा, “आप अपने अन्य मित्रों से भी पूछ लें कि इस प्रकार की यात्रा की तैयारी कैसे करनी चाहिए।“  
मैंने उसे बताया, “मैं तीन-चार दिनों में ही निकलने के लिए सोच रहा हूँ, इसलिए आज रात में बैठकर अपने रास्ते में पड़ने वाले होटलों के बारे में पता करूँगा। यदि चाहे तो आप भी इस विषय में जानकारी इकठ्ठी कर सकती हैं।“ आमतौर पर मेरा मानना था कि एएए (अमेरिकन आटोमोबील एसोसियेशन) के हिसाब से कम-से-कम दो स्टार के होटल ही ठीक रहेंगे। यदि हमारे बजट में तीन स्टार के होटल भी आ सकें तो और भी अच्छा। मैने उसे अपनी सोच के बारे में बताया, “मैं कम-से-कम 2 स्टार वाले होटल के बारे में सोच रहा हूँ, क्योंकि इस प्रकार के होटलों में 2 बिस्तरों वाले कमरे आसानी से मिल जाते हैं।“ सस्ते होटलों में तो आम तौर पर एक ही बिस्तर मिलता है, फिर अधिक सस्ते होटलों में सभ्रांत लोग कम ही रुकते हैं, और ऐसा करने पर हमारा यात्रा का अनुभव बिगड़ सकता था, जो कि मेरे लिए तो महत्वपूर्ण बात थी ही वह भी पता नहीं क्या सोचती!  
उसने सहमति में सिर हिलाया और बोली, “हाँ वह ठीक रहेगा, अब मैं निकलती हूँ, यहाँ आने से पहले मैं निश्चित नहीं थी कि मैं तुम्हारे साथ जाना चाहूँगी, पर अब मिलने और तुमसे बात करने के बाद लग रहा है कि शायद ये एक अच्छा आइडिया है।“ यह कहते हुए उसके चेहरे पर कुछ उत्साह के भाव आ गये और वह अपने दोनों हथेलियों को आपस में रगड़ते हुए बोली, “तो कब चलना है?” मैंने कहा, “बस कम से कम पहले एक-दो पड़ावों के होटलों में कमरे आरक्षित हो जायें तब अच्छा रहेगा। नहीं तो आखिरी समय में ऐसे-वैसे होटल में रुकना पड़ सकता है। मुझे साफ-सुथरे होटल अच्छे लगते हैं।“ यह कहते हुए मैंने उससे पूछा, “फिर यात्रा का क्या करना है, क्या मैं जिन जगहों पर जाने वाला हूँ, उनमें आपकी दिलचस्पी है कि नहीं?” उसने कंधे उचकाए और कहा, “मुझे तो कैनेडा जाना है, अगर रास्ते में थोड़ा बहुत अमेरिका भी देख लेते हैं, तो उसमें मुझे कोई एतराज नहीं है।“ उसकी बात सुनने के बाद मैंने उसे बताया, “अमेरिका के लिए तो मेरे पास J1 वीजा है, पर कैनेडा के लिए तो वीजा अलग से लेना पड़ेगा। आपके वीजा की स्थिति क्या है?” उसने बताया, “मैं असल में कैनेडा में ही पैदा हुई थी, परंतु मेरा परिवार, मेरे पैदा होने के कुछ समय बाद ही फ्रांस चला गया था, और तब से वे मर्सेई में ही रहते हैं। इसलिए मुझे कैनेडा के वीजा की कोई जरूरत नहीं है।

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