आचार्य श्रीराम शर्मा >> जागो शक्तिस्वरूपा नारी जागो शक्तिस्वरूपा नारीश्रीराम शर्मा आचार्य
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नारी जागरण हेतु अभियान
नारी जीवन की ज्योति है
नारी सदा से ही देव संस्कृति में शिल्पी, जननी, विधाता के रूप में सम्मान पाती रही है। उसने अवसर आने पर शौर्य, साहस का परिचय देकर दुर्गावती, झाँसी की रानी एवं अहिल्या बाई का स्वरूप भी बनाया तथा माता के रूप में मदालसा, जीजाबाई, विनोबा बंधुओं को गढ़ने वाली माता का चोला पहना है।
वस्तुत: नारी जीवन की ज्योति है, प्राणों को सम्बल है। उसे वही सम्मान मिलना चाहिए, जो युगों-युगों से दिया जाता रहा है। मानव जाति के अस्तित्व के मूल आधार नारी शक्ति की देवी के रूप में स्थापना ही धरती पर स्वर्ग के अवतरण का आधार बन सकती है।
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