आचार्य श्रीराम शर्मा >> गायत्री की असंख्य शक्तियाँ गायत्री की असंख्य शक्तियाँश्रीराम शर्मा आचार्य
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गायत्री की शक्तियों का विस्तृत विवेचन
खेटकरी
खेटकरी अर्थात शिकार करने वाली। जिस प्रकार कोई विवेकशील शिकारी सिंह, व्याघ्र, अजगर, मगर आदि त्रासदायक बुरे जीवों का आखेट कर उनके भय से संत्रस्त लोगों को अभयदान करते हैं, उसी प्रकार गायत्री भी संसार में फैले हुए हानिकारक पतनकारी आसुरी तत्त्वों को वैसे ही साफ करती रहती है, जैसे किसान अपने खेत में उगे हुए झाड़-झंखाड़ों को काटता-उखाड़ता रहता है। जहाँ गायत्री माता आखेट करती हुई विचरती हैं, वहाँ संतापदायक तत्व फलते-फूलते नहीं, उनका उन्मूलन ही होता है।
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