आचार्य श्रीराम शर्मा >> गायत्री की असंख्य शक्तियाँ गायत्री की असंख्य शक्तियाँश्रीराम शर्मा आचार्य
|
0 5 पाठक हैं |
गायत्री की शक्तियों का विस्तृत विवेचन
कल्याणी
कल्याण करने वाली। कभी अकल्याण की, उलटे प्रतिफल की संभावना गायत्री में नहीं है। कई तांत्रिक कौल मंत्र ऐसे होते हैं, जिनमें उच्चारण या विधान संबंधी कोई दोष रह जाए, तो उसका परिणाम उलटा हानिकारक हो जाता है, लाभ के स्थान पर हानि का, सिद्धि के स्थान पर विपत्ति का सामना करना पड़ता है। यह कठिनाई गायत्री साधना में नहीं है। उसमें कोई भूल या अशुद्धि भी हो जाए तो अधिक-से-अधिक उतनी हानि हो सकती है कि सत्परिणाम में कमी हो जाए, स्वल्प लाभ हो। पर ऐसी संभावना कभी भी नहीं है कि उससे कभी किसी का रंचमात्र भी अनिष्ट हो। वह हर किसी के लिए बाल-वृद्ध, नर-नारी, गृही-विरक्त के लिए समान रूप से कल्याणकारक है।
|