नई पुस्तकें >> प्रेरक कहानियाँ प्रेरक कहानियाँडॉ. ओम प्रकाश विश्वकर्मा
|
0 5 पाठक हैं |
सभी आयुवर्ग के पाठकों के लिये प्रेरक एवं मार्गदर्शक कहानियों का अनुपम संग्रह
कृतज्ञ
मैं उन सभी लोगों का हृदय से आभारी हूँ जिनके स्नेह, मार्गदर्शन से मेरे मनोबल में कमी नहीं आई हमेशा ऊर्जा प्राप्त होती रहती है जिसमें सर्वप्रथम गोलोकवासी गोपाल बाजपेई जी हैं जिन्होंने हमें ऊर्जावान बनाया। लेखन में पूरा सहयोग दिया एवं जीवन के हर कदम पर सहयोग करते रहे ।
जिनका मैं जीवनभर ऋणी रहूँगा, हमारे पितामह स्व. मनिया प्रसाद विश्वकर्मा स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी थे। उन्होंने पूरे परिवार तथा समाज के विकास हेतु अपना जीवन समर्पित किया।
मैं हदय से आशीर्वाद समर्पित करता हूँ डॉ. आर. के. मेमोरियल पब्लिक स्कूल के प्रबन्धक डॉ. आशुतोष विश्वकर्मा एवं डायरेक्टर ओ३म् श्री विश्वकर्मा जी महाविद्यालय, प्रकाश बिहार, बारनपुर कहिंजरी, कानपुर देहात के अखिलेश कुमार विश्वकर्मा को जिन्होंने विद्वानों के विचार संकलित करने में मेरा सहयोग किया।
ओ३म् श्री विश्वकर्मा जी महाविद्यालय के वरिष्ठ लिपिक दिलीप कुमार विश्वकर्मा, पुस्तकालय अधीक्षक बागीश शर्मा, एवं डॉ. आर. के. मेमोरियल पब्लिक स्कूल प्रकाश विहार, बारनपुर कहिंजरी कानपुर देहात के प्रधानाचार्य श्री दिगम्बर सिंह का एवं डॉ. संजय शर्मा संजयदीप हास्पिटल कल्यानपुर कानपुर नगर तथा मैं विनोद तिवारी जी का हृदय से आभार व्यक्त करता हूँ आपका समय-समय पर मार्गदर्शन मिलता रहता है। मैं सच्चे हृदय से आभारी हूँ कविराज श्री राजेन्द्र सिंह सेंगर का जिन्होंने समय-समय पर कथा-साहित्य संकलित करके पुस्तक हेतु सहयोग किया।
मैं आभारी हूँ डा. अनामिका विश्वकर्मा का जो एम.बी.बी.एस. फाइनल ईयर की छात्रा है और कहानियाँ भेज कर सहयोग किया है।
- डॉ. ओ३म् प्रकाश विश्वकर्मा
|