नई पुस्तकें >> सूक्ति प्रकाश सूक्ति प्रकाशडॉ. ओम प्रकाश विश्वकर्मा
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1000 सूक्तियों का अनुपम संग्रह
उपहार लेना स्वतन्त्रता खोना है।
- सादी
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जिसने अपने मन और इन्द्रियों को वश में नहीं किया उसकी उपासना ऐसी समझनी चाहिए जैसे हाथी का नहाना कि इधर तो नहाया उधर शरीर पर धूल डाल कर फिर ज्यों का त्यों हो गया।
- हितोपदेश
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एकता चापलूसी से नहीं कायम की जा सकती।
- गाँधी
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वह एकाग्रता की ही शक्ति थी जिसने नेपोलियन को यह विश्वास दिया कि 'सूरज तले कुछ भी नामुमकिन नहीं है।
- अज्ञात
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जबतक आशा लगी हुई है तबतक एकाग्रता नहीं होती।
- स्वामी रामतीर्थ
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मुझे एकान्त से बढ़ कर साथ करने लायक साथी कभी नहीं मिला।
- थ्यूरो
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एकान्त अच्छी पाठशाला है, परन्तु रंगशाला है। दुनिया सबसे अच्छी।
- जे० टेरल
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जो एकान्त में खुश रहता है वह या तो पशु है या देवता।
- अज्ञात
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एकान्त मूर्ख के लिए कैदखाना है, ज्ञानी के लिए स्वर्ग।
-अज्ञात
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पाप की कमाई से कभी बरकत नहीं होती।
-एक कहावत
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उस मकान के सुख के दरवाजे बन्द कर दो जिसमें से औरत की आवाज बुलन्द स्वरों में निकलती है।
- सादी
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ऋण लेने वाला ऋण देने वाले का गुलाम होता है।
- एक कहावत
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कंजूस का गड़ा हुआ धन जमीन से तभी बाहर निकलता है जब वह खुद जमीन में गड़ जाता है।
- फारसी कहावत
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जैसे मेहनत से शरीर बलवान होता है, वैसे ही कठिनाइयों से मन।
- सैनेका
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न रगड़ के बिना रत्न पर पालिश होती है, न कठिनाइयों के बिना आदमी में पूर्णता आती है।
- चीनी कहावत
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कुदरत जब कठिनाई बढ़ा देती है, समझदारी भी बढ़ा देती है।
- एमर्सन
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छोटे-छोटे कामों को यथार्थ रूप से करना प्रसन्नता का आश्चर्यजनक स्तोत्र है।
- फेबरे
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कृपा-करो तो पाओ।
- अज्ञात
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साधु कानों से बहुत बातें सुनता है, आँखों से बहुत चीजें देखता है; परन्तु देखी सुनी सारी बातें किसी से कहना उसे उचित नहीं है।
- भगवान महावीर
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'देखी हुई' महात्मा बोलते हैं।
बोलते हैं, शेष लोग 'सुनी-सुनाई'
- सन्त नंदलाल
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हमारे कफ़न में जेबें नहीं लगाई जाती।
- इटालियन कहावत
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जो कर्तव्य से बचता है, वह लाभ से वंचित रहता है।
- थ्योडोर पार्कर
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अविवेक के रास्ते चलोगे तो बरबाद हो जाओगे।
- रिचार्ड
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सर वाल्टर रेले से किसी ने पूछा : 'आप इतने कम समय में इतना ज्यादा काम कैसे कर लेते हैं?' जवाब मिला : 'जब मुझे कुछ करना होता है तो उसे मैं उसी वक्त कर डालता हू।' देर करने से विवेक-शक्ति, विशेष भी हो तो भी निष्फल हो जाती है।
- अज्ञात
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