जीवनी/आत्मकथा >> प्लेटो प्लेटोसुधीर निगम
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पढ़िए महान दार्शनिक प्लेटो की संक्षिप्त जीवन-गाथा- शब्द संख्या 12 हजार...
गुफा की अन्योक्ति उसकी (कहा जाता है कि प्लेटो की) राजनीतिक आदर्शवादिता से घनिष्ठता से जुड़ी है कि जो गुफा से बाहर आ गए हैं और अच्छाई की दृष्टि पर निगाह डालते हैं वे ही शासन करने के योग्य होते हैं। सुकरात कहता है कि प्रबुद्ध व्यक्तियों को उनके दैवीय चिंतन से बाहर निकालकर अपनी दृप्त अंतर्दृष्टि के अनुसार नगर का शासन करने के लिए बाध्य किया जाना चाहिए। ‘दार्शनिक राजा’ का विचार इस प्रकार जन्म लेता है कि बुद्धिमान व्यक्ति सत्ता को तब स्वीकार करता है जब इसका बोझ उन चतुर व्यक्तियों द्वारा डाला गया हो जो एक अच्छा स्वामी चुन सकने में सक्षम हो। रिपब्लिक मंा सुकरात का यह मुख्य सिद्धांत है कि लोक की बुद्धिमत्ता इसी में है कि वह एक बुद्धिमान शासक चुने।
विभिन्न ग्रंथों में बिखरे प्लेटो के अवधारणात्मक विचारों या सिद्धातों पर संक्षिप्त चर्चा करना समीचीन होगा। इस बहाने विभिन्न संवाद ग्रंथों की अंतर्वस्तु का सूक्ष्म अवलोकन भी होता चलेगा।
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