शब्द का अर्थ
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बहुल :
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वि० [सं० बंहि (वृद्धि)+कुलच्] [भाव० बहुलता] अधिक। बहुत। पुं० १. शिव। २. अग्नि। ३. आकाश। ४. काला रंग। ५. चांद्र मास का कृष्ण पक्ष। ६. सफेद गोल मिर्च। |
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समानार्थी शब्द-
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बहुलच्छद :
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पुं० [सं० ब० स०] लाल सहिंजन। |
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बहुलता :
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स्त्री० [सं० बहुल+तल्+टाप्] बहुल होने की अवस्था या भाव। अधिकता। |
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बहुला :
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स्त्री० [सं० बहुल+टाप्] १. गाय। गौ। २. एक विशिष्ट गौ जो पुराणानुसार बहुत ही सत्यनिष्ठ थी और जिसके नाम पर लोग भादों बदी चौथ और माघ बदी चौथ को व्रत रखते हैं। ३. एक देवी का नाम। ४. पुराणानुसार एक नदी। ५. कृत्तिका नक्षत्र। ६. इलायची। ७. नील का पौधा। ८. एक प्रकार की समुद्री मछली। |
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बहुलाचौथ :
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स्त्री० [सं० बहुला+हिं० चौथ] भादों बदी चौथ। इस दिन सत्यवती गौ के नाम पर लोग व्रत रखते हैं। |
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बहुलालाप :
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वि० [सं० बहुल-आलाप, ब० स०] बकवादी। पुं० बकवाद। |
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बहुलावन :
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पुं० [सं० ] वृन्दावन के ८४ वनों में से एक वन। |
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बहुलित :
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वि० [सं० बहुल+इतच्] कई गुणा बढ़ाया हुआ। (मल्टिपुल) जैसे—बहुलित उद्देश्य। |
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बहुली :
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स्त्री० [सं० बहुला] इलायची। |
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बहुलीकृत :
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वि० [सं० बहुल+च्वि√कृ (करना)+क्त] १. बढाया हुआ। वर्धित। २. प्रकट किया हुआ। |
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