शब्द का अर्थ
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फुहार :
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स्त्री० [सं० फूत्कार-फूँक से उठा हुआ पानी का छींटा या बुलबुला] १. आकाश से बरसनेवाली पानी की बहुत हो छोटी-छोटी बूँदे जो देखने में झरने या फुहारे से उडनेवाली बूँदों के समान जान पड़ें। (ड्रिजिल)। २. ऊपर से गिरनेवाली किसी तरल पदार्थ की बहुत छोटी-छोटी बूँदें। जैसे—गुलाब जल की फुहार। क्रि० प्र०—गिरना।—पड़ना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
फुहारना :
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स० [हिं० फुहार] किसी चीज को धोने, रँगने आदि के लिए उस पर किसी तरल पदार्थ की फुहार डालना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
फुहारा :
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पुं० [हिं० फुहार] १. एक विशिष्ट प्रकार का उपकरण जिसकी सहायता से पानी या किसी तरल पदार्थ की बहुत छोटी-छोटी बूँदें चारों ओर गिरायी जाती हैं। जल-यन्त्र। २. जल या किसी तरल पदार्थ की तेज धार। जैसे—सिर से खून का फुहारा छूटना। क्रि० प्र०—छूटना। |
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