शब्द का अर्थ
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पुरंदर :
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वि० [सं० पुर√दृ (तोड़ना, फाड़ना)+खच्, मुम्] पुर (नगर या घर) को तोड़नेवाला। पुं० १. इंद्र। २. चोर। ३. चव्य। चाब। ४. मिर्च। ५. ज्येष्ठा नक्षत्र। ६. विष्णु। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पुरंदर :
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वि० [सं० पुर√दृ (तोड़ना, फाड़ना)+खच्, मुम्] पुर (नगर या घर) को तोड़नेवाला। पुं० १. इंद्र। २. चोर। ३. चव्य। चाब। ४. मिर्च। ५. ज्येष्ठा नक्षत्र। ६. विष्णु। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पुरंदरा :
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स्त्री० [सं० पुरंदर+टाप्] गंगा। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पुरंदरा :
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स्त्री० [सं० पुरंदर+टाप्] गंगा। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |