लोगों की राय
शब्द का अर्थ खोजें
शब्द का अर्थ
|
पत्ता :
|
पुं० [सं० पत्र] [स्त्री० पत्ती] १. पेड़-पौधों आदि के तनों, शाखाओं आदि में लगनेवाले प्रायः हरे रंग के चिपटे लचीले अवयवों में से हर एक जो हवा में लहराता या हिलता-डुलता रहता है। पर्ण। मुहा०—पत्ता खड़कना=(क) किसी प्रकार की गति आदि की आहट मिलना। (ख) किसी प्रकार की आशंका या खटका होना। पत्ता तक न हिलना=हवा का इतना बंद रहना या बिलकुल न चलना कि वृक्षों के पत्ते तक न हिल रहे हों। पत्तातोड़ भागना=जान बचाने या मुँह छिपाने के लिए बहुत तेजी से भागकर दूर निकल जाना। (फल आदि में) पत्ता लगना=पत्ते से सटे रहने के कारण फल में दाग पड़ जाना या उसके कुछ अंश सड़ जाना। पत्ता हो जाना=बहुत तेजी से भागकर अदृश्य या गायब हो जाना। २. उक्त के आधार पर, चाट आदि वे वस्तुएँ जो पत्तों पर रखकर बेची जाती हैं। जैसे—एक पत्ता दही बड़ा इन्हें भी दो। मुहा०—पत्ते चाटना=बाजारी चीजें खाना। ३. पत्ते के आकार का वह चिह्न जो कपड़े, कागज आदि पर छापा, बनाया या काढ़ा जाता है। ४. कान में पहनने का एक प्रकार का गहना जो बालियों में लटकाया जाता है। ५.ताश की गड्डी में का कोई एक कागज का खंड। ६. सरकारी चलनसार नोट। जैसे—दस रुपए का पत्ता,सौ रुपए का पत्ता। वि० पत्ते की तरह का बहुत पतला और हलका। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पत्ता-फेर :
|
पुं०=पटा-फेर। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
|
|
|
|
A PHP Error was encountered
Severity: Notice
Message: Undefined index: mxx
Filename: partials/footer.php
Line Number: 7
hellothai