शब्द का अर्थ
|
जाम :
|
पुं० [सं० जम्बू](यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) १. जामुन का पेड़ या फल। २. एक प्रकार का वृक्ष जिसमें छोटे मीठे फल लगते हैं। ३. उक्त वृक्ष का फल। पुं० जिमि (जिस प्रकार या ज्यों ही)(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) उदाहरण–जाम हड्ड पल कटे, ताम बाँधत वीर दम।–चंद्रवरदाई। पुं०=याम। (पहर)। पुं० [फा०] एक विशिष्ट प्रकार का कटोरा या प्याला जो प्रायः मद्य पीने के काम आता था। २. मद्य पीने का पात्र। मुहावरा–जाम चलना=शराब का दौर शुरू होना। पुं० [अनु० झम=जल्दी] जहाज की दौड़। (लश०)। वि० [अ० जैम, मि० हिं० जमना] अधिकता, दबाव आदि के कारण चारों ओर से कसे या दबे होने के कारण अपने स्थान पर अड़ा या रुका हुआ। जैसे–काँटा या कील जाम होना, रास्ता जाम होना। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
जामगिरी :
|
स्त्री० [?] बंदूक का पलीता। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
जामगी :
|
स्त्री=जामगिरी। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
जामण :
|
पुं० [सं० जन्मन्] १. जन्म। उदाहरण–छूटा जामण मरण, सूँभवसागर तिरियाह।–बाँकीदास। २. दे० ‘जामन’। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
जामदग्न्य :
|
पुं० [सं० जमदग्नि+ष्यञ्] जमदग्नि ऋषि के पुत्र, परशुराम। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
जामदानी :
|
पुं० [फा० जामः दानी] १. पहनने के कपड़े रखने की पेटी या बाक्स। २. वह पेटी जिमसें बच्चे अपने खिलौने आदि रखते हैं। ३. कपडो़ पर होनेवाला एक प्रकार का कसीदे का काम या कढ़ाई। ४. एक प्रकार की मलमल जिस पर उक्त प्रकार का काम होता था। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
जामन :
|
पुं० [हिं० जमाना] वह खट्टा दही जो दूध को जमाने के लिए उसमें छोड़ा जाता है। पुं०=जामुन। पुं० [हिं० जन्मना] जन्म लेने की क्रिया या भाव। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
जामना :
|
अ०=जमना। स=जन्मना। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
जामनी :
|
स्त्री० [सं० यामिनी] रात। वि०=यवनी (यवनों का)।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
जामबेतुआ :
|
पुं० [हिं० जाम+बेंत] १. बाँसों की एक जाति। २. उक्त जाति का बाँस। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
जामल :
|
पुं०=रुद्रयामल। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
जामवंत :
|
पुं०=जांबवान्। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
जामा :
|
पुं० [फा० जामः] १. पहनने का वह सिला हुआ कपड़ा जिससे गला, छाती, पीठ तथा पेट ढका रहे। मुहावरा–जामे से बाहर होना=इतना अधिक क्रुद्ध होना कि अपनी मर्यादा का ध्यान न रह जाय। २. घुटने तक लम्बा एक विशेष प्रकार का पहनावा जिसमें कमर के नीचे का भाग घेरदार होता है और जो प्रायः विवाह के समय वर को पहनाया जाता है। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
जामा-मसजिद :
|
स्त्री० [अ०] नगर की सब से बड़ी और मुख्य मसजिद जिसमें सब मुसलमान पहुँचकर नमाज पढ़ते हों। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
जामात :
|
पुं=जमायत। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
जामाता(तृ) :
|
पुं० [सं० जाया√मा(मान करना)+तृच्] १. संबंध में वह व्यक्ति जिसके साथ किसी ने अपनी कन्या का विवाह किया हो। दामाद। २. हुलहुल का पौधा। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
जामातु :
|
पुं०=जामाता।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
जामि :
|
स्त्री० [सं०√जम्+(खाना)+इञ्] १. बहन। भगिनी। २. कन्या। लड़की। ३. पुत्री। बेटी। ४. पुत्र-वधू। ५. अपने कुल, गोत्र या परिवार की स्त्री० ६. अच्छे कुल की स्त्री। महिला। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
जामिक :
|
पुं० [सं० यामिक] १. पहरा देनेवाला। २. रक्षक। रखवाला। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
जामित्र :
|
पुं० [जायामित्र] जन्म-कुंडली में लग्न से सातवां स्थान जिसका विचार विवाह के समय इस दृष्टि से होता है कि भावी जाया या पत्नी से कितना और कैसा सुख-दुःख मिलेगा। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
जामित्र-वेध :
|
पुं० [ष० त० ] ज्योतिष में एक अशुभ योग जो लग्न से सातवें स्थान में सूर्य,शनि या मंगल होने पर होता है। यह भावी पत्नी से प्राप्त होनेवाले सुख में बाधक होता है। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
जामिन :
|
पुं० [अ०] १. वह व्यक्ति जो अभियुक्त की जमानत करे। २. वह व्यक्ति जो किसी दूसरे के कार्य करने का उत्तरदायित्व अपने ऊपर ले। पुं० [हिं० जमाना] वह छोटी लकड़ी या लकड़ी का टुकड़ा जो नैचे की दोनों नालियों को अलग रखने के लिए चिलमगर्दे और चूल के बीच में बाँधा जाता है। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
जामिनदार :
|
पुं० [अ.जामिन+फा० दार] जमानत करनेवाला। जमानतदार। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
जामिनी :
|
स्त्री०=यामिनी। स्त्री=जमानत। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
जामी :
|
स्त्री० १. दे० यामी। २. दे० जामि। पुं० [सं० जन्म] जन्म देनेवाला अर्थात् पिता। बाप (डिं०) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
जामुन :
|
पुं० [सं० जंबु] १. गरम देशों में होनेवाला एक सदा बहार पेड़ जिसके गोल, छोटे, काले फल सकैलापन लिये मीठे होते हैं। २. उक्त वृक्ष के फल जो खाने और सिरका बनाने के काम आता है। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
जामुनी :
|
वि० [हिं० जामुन] १. जामुन का वृक्ष अथवा उसके फल से बनने, होने या संबंध रखनेवाला। जैसे–जामुनी लकडी, जामुनी सिरका। २. जामुन के रंग का। कुछ नीलापन लिये हुए काले रंग का। पुं० जामुन के फल की तरह का नीलापन लिये काला रंग। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
जामेय :
|
पुं० [सं० जामि+ढञ्-एय] बहन का लड़का। भांजा। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
जामेवार :
|
पुं० [देश०] १. एक प्रकार का दुशाला जिस पर बेल-बूटे कढे रहते हैं। २. उक्त प्रकार की छपी हुई छींट। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |