शब्द का अर्थ
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चहर :
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वि०[हिं०चाह या चाहना] जो चाहा जा सके,अर्थात् उत्तम,वांछनीय या श्रेष्ठ। वि०[चहचह से अनु.] १.चपल। चुलबुला। २. तीखा। तेज। स्त्री.१.जोर की ध्वनियाँ या शब्द। २. शोर-गुल। हो-हल्ला। ३. उत्पात। स्त्री०[हिं०चहल] आनन्दोत्सव। धूम-धाम। स्त्री०[हिं०चहरना] चहचहानेवाली चिड़िया। पद-चहर की बाजीचिड़ियों का सा खेल। बहुत ही तुच्छ काम या बात। उदाहरण–यों संसार चहर की बाजी,साँझ पड़याँ उठ जासी।-मीराँ। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
चहरना :
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अ. [हिं०चहचह या चहर] १.चहचह शब्द करना। २. आनंदित होना। स० [?.] १.कुचलना। २. खूब अच्छी तरह खाना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
चहराना :
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स० [हिं०चहरना का० स०] किसी को चहरने में प्रवृत्त करना। अ० १. चहरना। २. चर्राना। ३. चहकना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
चहर्रूम :
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वि० दे० ‘चहारुम’। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |