शब्द का अर्थ
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उलझा :
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पुं० उलझन। उदाहरण—बीर वियोग के ये उलझा निकसै जिन रे जियरा हियरा तें।—ठाकुर।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उलझा :
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पुं० उलझन। उदाहरण—बीर वियोग के ये उलझा निकसै जिन रे जियरा हियरा तें।—ठाकुर।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उलझाना :
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स० [हिं० उलझना का स० रूप] १. ऐसा काम करना जिससे कोई (वस्तु या व्यक्ति) कहीं उलझे। किसी को उलझने में प्रवृत्त करना। २. दो या कई चीजों को एक-दूसरे में अँटकाना या फँसाना। ३. किसी को किसी काम, बात-चीत आदि मे इस प्रकार फँसाये रखना कि दूसरे को उसका ध्यान न होने पावे। ४. दूसरों को आपस में लड़ाना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उलझाना :
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स० [हिं० उलझना का स० रूप] १. ऐसा काम करना जिससे कोई (वस्तु या व्यक्ति) कहीं उलझे। किसी को उलझने में प्रवृत्त करना। २. दो या कई चीजों को एक-दूसरे में अँटकाना या फँसाना। ३. किसी को किसी काम, बात-चीत आदि मे इस प्रकार फँसाये रखना कि दूसरे को उसका ध्यान न होने पावे। ४. दूसरों को आपस में लड़ाना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उलझाव :
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पुं० [हिं० उलझना] १. उलझने की क्रिया या भाव। २. उलझन या उससे युक्त स्थिति। ३. झगड़ा। बखेड़ा। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उलझाव :
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पुं० [हिं० उलझना] १. उलझने की क्रिया या भाव। २. उलझन या उससे युक्त स्थिति। ३. झगड़ा। बखेड़ा। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |