शब्द का अर्थ
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अवलोक :
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पुं० [सं० अव√लुक् या लोक(देखना)+घञ्] १. दृष्टिपात। २. उद्देश्य विशेष से ध्यानपूर्वक देखना। पुं० =आलोक (प्रकाश)। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अवलोकक :
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वि० [सं० अव√लोक्+ण्वुल्-अक] १. अवलोकन या दृष्टिपात करनेवाला। २. उद्देश्य विशेष से ध्यानपूर्वक देखनेवाला। |
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समानार्थी शब्द-
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अवलोकन :
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पुं० [सं० अव√लोक्+ल्युट्-अन] १. किसी उद्देश्य से ध्यानपूर्वक देखने की क्रिया या भाव। २. दृष्टिपात करना। देखना। (आदर-सूचक)। |
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समानार्थी शब्द-
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अवलोकना :
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स० [सं० अवलोकन] १. ध्यानपूर्वक देखना। २. इस विचार से देखना कि इसमें कोई दोष तो नहीं है। |
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अवलोकनीय :
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वि० [सं० अव√लोक्+अनीयर्] [स्त्री० अवलोकनीया] १. अवलोकन किये जाने के योग्य। २. बहुत सुंदर या अच्छा। दर्शनीय। |
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अवलोकित :
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भू० कृ० [सं० अव√लोक्+क्त] जिसका अवलोकन किया गया हो। पुं० एक बुद्ध का नाम। |
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अवलोकितेश्वर :
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पुं० [सं० अवलोकित-ईश्वर, कर्म० स० या ब० स०] एक बोधिसत्त्व का नाम। |
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अवलोक्य :
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वि० [सं० अव√लोक्+ण्यत्] १. जिसका अवलोकन होने को हो। २. दे० ‘अवलोकनीय’। |
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