शब्द का अर्थ
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अर्जुन :
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पुं० [सं०√अर्च+उनन] १. पाँच पांडव भाइयों में से मँझले भाई जो कुंती के गर्भ से उत्पन्न और श्रीकृष्ण के परम सखा थे। २. भारत के अधिकतर प्रदेशों में होनेवाला एक प्रसिद्ध वृक्ष, जिसमें बिना फूल ही फल लगते हैं। ३. हैहय-वंशी एक सहस्रार्जुन। ४. सफेद कनेर। ५. मोर। ६. एक नेत्र रोग। ७.इ कलौता बेटा। ८. इंद्र। ९. सफेद रंग। १. चाँदी। ११. सोना। १२. दूब। वि० १. उज्जवल। सफेद। २. साफ। स्वच्छ। ३. चमकीला। |
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अर्जुन-ध्वज :
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पुं० [ष० त०] हनुमान। |
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अर्जुन-ध्वजा :
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स्त्री० [सं० अर्जुध्वज] वह पताका जिस पर हनुमान जी का चित्र अंकित हो। |
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अर्जुन-सखा :
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पुं० [ष० त०] अर्जुन के मित्र अर्थात् श्रीकृष्ण। |
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अर्जुनायन :
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पुं० [सं० अर्जुन+फक्-आयन] बराहमिहिर के अनुसार, उत्तर भारत का एक प्रदेश। |
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अर्जुनी :
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स्त्री० [सं० अर्जुन+ङीष्] १. करतोया नदी। २. सफेद गाय़। ३. कुटनी। ४. उषा। ५. एक प्रकार का साँप। ६. अनिरुद्ध की पत्नी। |
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अर्जुनोपम :
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पुं० [सं० अर्जुन-उपमा, ब० स०] सागौन का पेड़। |
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