शब्द का अर्थ
|
अनुमान :
|
पुं० [सं० अनु√मि, या√मा+ल्युट्-अन] [भू० कृअनुमिति० वि० अनुमेय, आनुमानिक, अनुमानित १. अपने मन से यह समझना कि ऐसा हो सकता है या होगा। अटकल। अंदाज (गेस) २. मोटा हिसाब लगाकर अंदाज से यह समझना कि यह ऐसा या इतना होगा। (एस्टिमेट) ३. न्याय में, प्रमाण के चार भेदों मे से वह भेद जिससे प्रत्यक्ष साधन के द्वारा अप्रत्यक्ष साध्य की भावना या सिद्धि होती है। ४. साहित्य में एक अलंकार जिसमें साध्य के संबंध में साधन के द्वारा प्राप्त होनेवाला ज्ञान कुछ विलक्षण या चमत्कारपूर्ण ढंग से वर्णित होता है। (इन्फिएरेन्स) ५. भावना। विचार। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अनुमानतः :
|
क्रि० वि० [सं० अनुमान+तस्] अनुमान के आधार पर। अन्दाज से। अटकल से। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अनुमानना :
|
स० [सं० अनुमान] अनुमान करना।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अनुमानित :
|
भू० कृ० [सं० अनुमान+क्विप्+क्त] अनुमान से समझा हुआ। अनुमित। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अनुमानोक्ति :
|
स्त्री० [सं० अनुमान-उक्ति, तृ० त०] १. अनुमान के आधार पर कही हुई बात। २. मन में किया जानेवाला ऊहापोह या तर्क-वितर्क। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |