शब्द का अर्थ
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फरश :
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पुं० [अं० फ़र्श०] १. बैठने के लिए बिछाने का कपड़ा। बिछावन। २. कमरे आदि की पक्की और समतल भूमि जिस पर लोग बैठते हैं। ३. समतल प्रसार या फैलाव। जैसे—फूलों का फरश। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
फरशबंद :
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पुं० [फा०] वह ऊँचा और समतल स्थान जहाँ गच का फरश बना हो। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
फरशी :
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वि० [अ० फ़र्शी] १. फरश संबंधी। फरश का। पद—फरशी सलाम=बादशाही आदि को किया जानेवाला वह सलाम जिसमें आदमी को इस प्रकार झकना पड़ता था कि उसका सिर लगभग फरश तक पहुँच जाता था। २. जो फर्श पर रखा जाता या काम में लाया जाता हो। जैसे—फरशी जूता, फरशी झाड़, फरशी हुक्का आदि। पद—फरशी गोला-आतिशबाजी में वह गोला जो फरश पर पटकने पर आवाज देता है। स्त्री० १. कुछ खुले मुँह का धातु का वह आधान या पात्र जिस पर नैचा और सटक लगाकर तम्बाकू पीते हैं। २. उक्त पात्र और नैचे सटक आदि से युक्त हुक्का। गुड़गुड़ी। ३. पुरानी चाल की बन्दूक का वह अंग जिसमे गंज रखा जाता था। |
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समानार्थी शब्द-
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