शब्द का अर्थ
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पुलिंद :
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पुं० [सं०√पुल+किन्दच्] १. भारतवर्ष की एक प्राचीन असभ्य जाति। २. उक्त जाति के बसने का देश। ३. उक्त जाति का व्यक्ति। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पुलिंद :
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पुं० [सं०√पुल+किन्दच्] १. भारतवर्ष की एक प्राचीन असभ्य जाति। २. उक्त जाति के बसने का देश। ३. उक्त जाति का व्यक्ति। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पुलिंदा :
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स्त्री० [सं०] एक छोटी नदी, जो ताप्ती में मिलती है। महाभारत में इसका उल्लेख है। पुं० [सं० पुल=ढेर; या हिं० पूला] कागज, कपड़े आदि में बँधी बड़ी गठरी। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पुलिंदा :
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स्त्री० [सं०] एक छोटी नदी, जो ताप्ती में मिलती है। महाभारत में इसका उल्लेख है। पुं० [सं० पुल=ढेर; या हिं० पूला] कागज, कपड़े आदि में बँधी बड़ी गठरी। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |