शब्द का अर्थ
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पित्तल :
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वि० [सं० पित्त+लच्] १. जिसमें पित्त की बहुलता हो। २. जिससे पित्त का प्रकोप या दोष बढ़े। पित्तकारी (द्रव्य)। पुं० १. पीतल। २. हरताल। ३. भोजपत्र। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पित्तल :
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वि० [सं० पित्त+लच्] १. जिसमें पित्त की बहुलता हो। २. जिससे पित्त का प्रकोप या दोष बढ़े। पित्तकारी (द्रव्य)। पुं० १. पीतल। २. हरताल। ३. भोजपत्र। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पित्तला :
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स्त्री० [सं० पित्तल+टाप्] १. जल-पीपल। २. वैद्यक के अनुसार योनि का एक रोग जो दूषित पित्त के कारण होता है। इसके कारण योनि में अत्यन्त दाह, पाक तथा शरीर में ज्वर होता है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पित्तला :
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स्त्री० [सं० पित्तल+टाप्] १. जल-पीपल। २. वैद्यक के अनुसार योनि का एक रोग जो दूषित पित्त के कारण होता है। इसके कारण योनि में अत्यन्त दाह, पाक तथा शरीर में ज्वर होता है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |