शब्द का अर्थ
|
तुला-पुरुष-कृच्छ्र :
|
पुं० [सं० तुला-पुरुष, मध्य, स, तुला, पुरुष-कृच्छ्र, ष० त०] एक प्रकार का व्रत जिसमें पिण्याक (तिल की खली) भात, मट्ठा, जल और सत्तू में से प्रत्येक क्रमश- तीन-तीन दिन तक खाकर पंद्रह दिनों तक रहना पड़ता है। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
|