शब्द का अर्थ
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तीक्ष्णा :
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स्त्री० [सं० तीक्ष्ण+टाप्] १. बच। २. केवांच। कौंछ। ३. बड़ी माल-कंगनी। ४. मिर्च। ५. सर्पकाली नामक पौधा। ६. अत्यम्लपर्णी नाम की लता। ७. जोंक। ८. तारा देवी के एक नाम। |
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समानार्थी शब्द-
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तीक्ष्णाग्नि :
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स्त्री० [तीक्ष्ण-अग्नि, कर्म० स०] १. प्रबल जठराग्नि। २. अजीर्ण या अपच नाम का रोग। |
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तीक्ष्णाग्र :
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वि० [तीक्ष्ण-अग्र, ब० स०] १. प्रबल जठराग्नि। २. अजीर्ण या अपच नाम का रोग। |
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तीक्ष्णायस :
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वि० [तीक्ष्ण-आयस, कर्म० स०] इस्पात। लोहा। |
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तीक्ष्णांशु :
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पुं० [तीक्ष्ण-अंशु, ब० स०] सूर्य। |
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