शब्द का अर्थ
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तिरि :
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वि० [सं० त्रि] तीन। उदाहरण–पुनि तिहि ठाउ परी तिरि रेखा।–जायसी।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) स्त्री०=तिरिया (स्त्री)। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
तिरिगत्त :
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पुं०=त्रिगर्त्त (देश)। |
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तिरिच्छ :
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पुं० [सं० तिनिश] दे० ‘तिनिश’। |
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तिरिजिहिवक :
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पुं० [सं०] एक प्रकार का पेड़। |
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तिरिदिवस :
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पुं०=त्रिदिवस (स्वर्ग)। |
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तिरिनि :
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पुं०=तृण।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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तिरिम :
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पुं० [सं०√तृ (तैरना)+इमक्] एक प्रकार का धान। |
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तिरिया :
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स्त्री० [सं० स्त्री] स्त्री। औरत। पद–तिरिया चरित्तर=स्त्रियों द्वारा होनेवाला कोई ऐसा चालाकी भरा विलक्षण तथा हेय काम जिसका रहस्य जल्दी सब की समझ में न आता हो। पुं० [देश०] नैपाल मे होनेवाला एक तरह का बाँस। |
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