शब्द का अर्थ
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तबर :
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पुं० [फा०] १. कुल्हाड़ी। टाँगी। २. कुल्हाड़ी के आकार का लड़ाई का एक हथियार। परशु। पुं० [देश०] मस्तूल के ऊपरी भाग में लगाया जानेवाला पाल (लश०)। |
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समानार्थी शब्द-
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तबरदार :
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वि० [फा०] (व्यक्ति) जिसके पास तबर (कुल्हाड़ी) हो या जो तबर चलाना जानता हो। |
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तबरदारी :
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स्त्री० [फा०] तबर या कुल्हाड़ी चलाने की क्रिया या भाव। |
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तबर्रा :
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पुं० [अ०] १. घृणा। नफरत। २. वे घृणा सूचक दुर्वचन जो शीया लोग मुहम्मद साहब के कुछ मित्रों के संबंध में (सुन्नियों की ‘यदहे सहाबा’ के उत्तर में) कहते हैं। ३. उक्त दुर्वचनों के पद या गीत। |
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