शब्द का अर्थ
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कुत्स :
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पुं० [सं०√कुत्स+अच्] एक गोत्र प्रवर्तक ऋषि। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कुत्सन :
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पुं० [सं०√कुत्स+ल्युट्-अन] [वि० कुत्सित] निंदा या भर्त्सना करना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कुत्सा :
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स्त्री० [सं०√कुत्स+अ, टाप्] निंदा। बुराई। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कुत्सित :
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वि० [सं०√कुत्स+क्त] १. जिसकी निंदा या भर्त्सना की गई हो। निंदित। २. जो निंदा या भर्त्सना किये जाने का पात्र हो। अधम। नीच। पु० १. कुष्ठ नाम की ओषधि। २. कुड़ा। कोरैया। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कुत्स्य :
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वि० [सं०√कुत्स+ण्यत्] जिसकी निंदा या भर्त्सना की जानी चाहिए। निंदा का पात्र। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |