| शब्द का अर्थ | 
					
				| किह					 : | सर्व० १. =किस। (पू० हिं०)। उदाहरण—दादू ऐसा परम गुरु पाया किह संजोग।—दादू दयाल। २. कौन। अव्य०=कहाँ। | 
			
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				| किहनी					 : | स्त्री०=कहानी। (कथा) उदाहरण—साखी सबदी दोहरा कहि किहनी उपखान।—तुलसी।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
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				| किहि					 : | सर्व० [सं० किम् से] १. किसी को। उदाहरण—किहि करगि कुमकुमों कुंकुम किहि करि।—प्रिथीराज। २. किसको। ३. किसने।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
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				| किहिन					 : | सर्व० वि०=किस। उदाहरण—किहिन वंस पृथिराज, उपजि जंपहि वड पंडिय।—चंदबरदाई। | 
			
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