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			| शब्द का अर्थ |  
				| काय-व्यूह					 : | पुं० [उपमित० स०] १. युद्ध आदि में व्यक्तियों को खड़ा करके बनाया हुआ मोरचा या रचा हुआ व्यूह। २. [स० त०] वैद्यक में शरीर के अन्दर कफ, पित्त और अस्थि, मज्जा, माँस, शुक्र, स्नायुओं आदि का क्रम या विभाग अथवा उनका विवेचन। ३. योगियों की एक क्रिया, जिसमें वे अपने कर्मों के भोग के लिए प्रत्येक अंग और इंद्रियों का अलग ध्यान या विचार करते हैं। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |