शब्द का अर्थ
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अवसान :
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पुं० [सं० अव√सो (नष्टकरना)+ल्युट्-अन] १. ठहरने या रुकने की क्रिया या भाव। ठहराव। विराम। २. वह बिन्दु या स्थान जहाँ किसी प्रकार के विकास, विस्तार, वृद्धि आदि का अंत, पूर्ति या समाप्ति होती है। (टर्मिनेशन) उदाहरण—(क) नहिं तव आदि मध्य अवसाना।—तुलसी। (ख) दिवस का अवसान समीप था।—हरिऔध। ३. अंत। समाप्ति। ४. सीमा। हद। ५. मरण। मृत्यु। ६. कविता या छंद का अंतिम चरण। ७. पतन। पुं० [फा० औसान] १. चेतना। ज्ञान। २. संज्ञा। होश। उदाहरण—बद्दारी बर कहि वीर अवसान संभारिन।—चंदवरदाई। पुं० =एहसान। |
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समानार्थी शब्द-
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अवसानक :
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वि० [सं० अवसान+णिच्+ण्वुल्-अक] १. अवसान करनेवाला। २. जो अंत या सीमा तक पहुँच रहा हो। पुं० वह बिंदु या स्थान जहाँ पहुँचने पर किसी क्रिया रेखा आदि का अवसान होता हो। (टर्मिनस) |
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अवसानिक :
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वि० [सं० आवसानिक] अवसान (अंत या समाप्ति) से संबंध रखने या उसमें होनेवाला। |
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