उपयोगी हिंदी व्याकरण
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हिंदी के व्याकरण को अघिक गहराई तक समझने के लिए उपयोगी पुस्तक
3. संख्या बोधक विशेषण
संख्या बोधक विशेषण वह विशेषण है जो विशेष्य की संख्या से संबंद्ध विशेषता का
बोध कराता है। जैसे —
कक्षा में साठ छात्र पढ़ते हैं।
मोहन ने दौड़ में तीसरा स्थान प्राप्त किया।
मारपीट में कई लड़के घायल हो गए।
यहाँ साठ, तीसरा, कई विशेषण छात्र, स्थान, लड़के की संख्या विषयक
कुछ विशेषता प्रकट करते हैं। विशेष्य प्रायः जातिवाचक संज्ञा होते हैं।
इसके दो मुख्य भेद हैं — (क) निश्चित संख्यावाचक और (ख) अनिश्चित
संख्या-वाचक।
(क) निश्चित संख्यावाचक विशेषण: इसके द्वारा विशेष्य की संख्यविषयक
विशेषता का निश्चित बोध होता है जैसे कि ऊपर के उदाहरणों में साठ, तीसरा। इन
विशेषणों के भेद-उपभेद कई हैं, अतैव उन सबको मुख्य शीर्षक संख्या
के अंतर्गत इस अध्याय के अंतिम भाग में दे रहे हैं।
(ख) अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण: इसके द्वारा विशेष्य की संख्या
विषयक विशेषता का निश्चित बोध नहीं होता है, बल्कि अस्पष्ट संख्या का अंदाजा
देने वाले शब्द प्रयुक्त होते हैं, जैसे — कुछ, कई, काफी विशेष्य
गणनीय संज्ञाएँ होती हैं। उदाहरणार्थ:
कुछ बच्चे चंदा माँगने आए हैं।
तुम्हारी थैली में बहुत संतरे हैं, मेरी में थोड़े।
किताब लगभग पूरी पढ़ ली हैं, बस थोड़े पन्ने बाक़ी हैं।
अन्य रीतियाँ ये हैं — लगभग (बीस), कोई (पांच सौ), सैकड़ों, हज़ारों, दस-बीस,
(पचास) एक आदि।
4. सार्वनामिक विशेषण
जो सर्वनाम, अपने सार्वनामिक रूप में ही संज्ञा के विशेषण के रूप में
प्रयुक्त होते हैं, उन्हें सार्वनामिक विशेषण कहते हैं। उदाहरण इस प्रकार हैं
—
(क) निश्चयवाचक संकेतवाचक/ सार्वनामिक विशेषण
उस किताब को यहाँ ले आइए।
क्या यह कलम तुम्हारी है?
(ख) अनिश्चयवाचक सार्वनामिक विशेषण
कोई सज्जन आए हुए हैं।
घर में कुछ भी खाने को नहीं है।
(ग) प्रश्नवाचक सार्वनामिक विशेषण
कौन आदमी आया है?
कौन-सी किताब तुम्हें चाहिए?
किस लड़के ने तुम्हें भगाया है?
इनमें से क्या चीज तुम लोगे?
(घ) संबंधवाचक सार्वनामिक विशेषण
जो आदमी कल आया था, वह (आदमी) बाहर खड़ा है।
वह बच्चा सामने जा रहा है जिसने तुम्हारी किताब फाड़ दी
थी।
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